गोंडा:। गोंडा जिले से कहीं 10 किलोमीटर दूर लखनऊ (Lucknow) रोड पर पड़ने वाले वाले बालपुर इलाके के हालात अब धीरे-धीरे बिगड़ने शुरू हो गए हैं। गोंडा-लखनऊ फोर लेन रोड के दोनों ओर जहां 6 से 7 फीट तक किसानों के खेतों में पानी भर गया है तो वहीं सड़क के एक ओर 20 किलोमीटर के दायरे में पूरा इलाका पानी मे डूब चुका है।
किसानों की फसलें पूरी तरह जलमग्न…
तकरीबन 40 हजार बीघे में खड़ी किसानों की फसलें पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। जिससे आने वाले दिनों में किसानों को भुखमरी जैसे हालातों से भी जूझना पड़ सकता है। इतना ही नहीं गांव के चौतरफा पानी भरे होने से लोगों के आवागमन से लेकर उनके रोजी-रोटी पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। लेकिन इसकी फिक्र ना तो गोंडा जिले के जिम्मेदारों को है ना ही जनप्रतिनिधियों को।
कैसे आई जल प्रलय की ये आफत…
आइए अब आपको बताते हैं कि बालपुर इलाके में जल प्रलय की ये आफत आई कैसे? क्योंकि आज से पहले जलप्रलय की ऐसी आफत यहां के लोगों ने कभी नहीं देखी थी। आपको बता दें कि जिले से होकर बहने वाली घाघरा,सरयू नदी का ज्यादातर कनेक्शन यहां की छोटी नदियों और नालो से है। जिनकी हर साल मानसून आने से पहले सफाई की जाती थी। ताकि बारिश और बाढ़ का पानी किसी एक जगह पर एकत्र ना होने पाए और लगातार बहता रहे।
जिसके लिए सफाई मद में सरकार करोड़ों रुपए देती है। जिसका उपयोग ग्राम पंचायतें और नहर विभाग अपने अपने स्तर से करते हैं। बावजूद इसके दोनों ही स्तरों पर इन पैसों का बड़े पैमाने पर घोटाला हो गया और जो सफाई नालों, नदियों और नहरों की होनी चाहिए थी वह नहीं हो पाई।
अवैध कब्जे से नदियों का अस्तित्व खत्म…
कहीं ह्यूम पाइप में जलकुंभी फसने तो कहीं नहर कटने और कहीं पर तो अवैध कब्जे से नदियों का अस्तित्व ही खत्म हो जाने से आज पूरे बालपुर इलाके में जल प्रलय का जलजला आया हुआ है। जिससे यहां के लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं। जिनको ना तो किसी प्रकार की प्रशासनिक इमदाद मिल पा रही है न ही जिला प्रशासन से कोई अधिकारी इनका हाल-चाल लेने गांव आया है।