इन दिनों सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि 1 जनवरी से यूपीआई ट्रांजैक्शन करने पर अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा और थर्ड पार्टी एप्स को पैसा देना होगा। इस खबर को भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट कर गलत बताया है।
भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल PIB Fact Check ने ट्वीट कर कहा कि एक खबर में दावा किया जा रहा है कि नए साल से यूपीआई ट्रांजैक्शन महंगे हो जाएंगे व थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे। ये खबर पूरी तरह से गलत है, एनपीसीआई ने ऐसा कोई पैसा नहीं किया है।
NPCI ने भी खबर का किया खंडन
NPCI would like to clarify that the news about UPI transactions being charged from 1st Jan, 21 is completely #fake. Our press release dated Nov 5 2020, has no correlation with pricing or charges whatsoever.https://t.co/uiVVG0axAL pic.twitter.com/uSRMUZZLL4
— India Be Safe. India Pay Digital. (@NPCI_NPCI) December 8, 2020
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने भी इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि यूपीआई ट्रांजैक्शन को महंगा नहीं किया गया है और ना ही किसी थर्ड पार्टी के जरिए पेमेंट करने पर अतिरिक्त शुल्क लेने का फैसला किया गया है।