इटावा। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा मुखिया अखिलेश यादव सफारी पार्क में भ्रमण करने पहुंचे और उनके साथ पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पुत्र आर जे डी नेता तेजप्रताप यादव, अखिलेश यादव की बेटी भी सफारी पार्क पहुँची।भ्रमण के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव अधिकारीयों से बातचीत करते हुए पार्क की व्यवस्थाओ के सम्बन्ध में चर्चा की और कोरोना काल में अपने सभी समर्थको को सावधान रहने की हिदायत देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इटावा के सफारी पार्क में भ्रमण करने पहुंचे उन्होंने भ्रमण के दौरान समस्त अधिकारियो सहित अन्य जिम्मेदार लोगो से सफारी पार्क की व्यवस्थाओ को लेकर चर्चा की और उन्होंने कहा की सफारी पार्क समाजवादी सरकार में बना था और आगे जाए जिस समय इसकी शुरुआत हुई थी उस समय हजारो की संख्या में लोग यहाँ आये थे। उन्होंने कहा कि कम से कम एक ऐसा स्थान बन गया है,जहाँ परिवार केसाथ आय जा सकता है और जो जानवर दुर्लभ है जिन्हे आसानी से देखा नहीं जा सकता था यहाँ उनको यहाँ एक जगह देखने को मिलता है। शेर जो जंगल का राजा है उसका यह बहुत ही बड़ा सेंटर बना जा रहा है। मैं समझता हूँ की यह देश का यह पहला ऐसा सेंटर है, जहाँ शेरो ने जन्म लिया है।इस जगह की पहचान किसी और वजह से थी। लेकिन आने वाले समय में मुझे यह उम्मीद है की लॉयन सफारी इटावा के लिए एक गर्व की बात होगी। जिस तरह से शेर प्राइड है हमारा उसी तरह इटावा के लिए लॉयन सफारी भी हमारे लिए बहुत सम्मान की बात होगी। हमें उम्मीद है की यह लॉयन सफारी दुनिया के मानचित्र पर भी दिखाई देगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना:-
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आज तड़के आगरा से हाईजैक हुई बस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा की अभी तक तो सुनने में आता था की लोगो का अपहरण हो रहा है और उत्तर प्रदेश का यह अजीब सरकार है, जहाँ पर एक बस के साथ ही ऐसा हो गया। प्रदेश में इस वक्त कानून व्यवस्था का इस तरह का हाल है।भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण रोकने में लगातार असफल रही है।उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना से पीड़ित है। प्रदेश के दो मंत्री इसका शिकार हो चुके है। लेकिन प्रदेश सरकार कोरोना मरीजो के लिये अस्पताल तक नही बना पाई। यह प्रदेश सरकार लॉक डाउन के दौरान भी लोगो के लिए डावाओ एयर अस्पतालों की व्यवस्था करने में नाकाम रही है।