आज गुरुवार सुबह 6:45 राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में DRDO द्वारा विकसित नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का अंतिम परीक्षण एक वारहेड के साथ सफलतापूर्वक किया गया। अब यह मिसाइल आर्म फोर्सेस में शामिल होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
Make In India के तहत डीआरडीओ ने नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का निर्माण किया है। ये उन पांच मिसाइल प्रणालियों में से एक है जो भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम द्वारा बनाई गई हैं।
Photos of the successful final trial of Nag anti-tank guided missile conducted earlier today. The missile is now ready for induction into the armed forces. https://t.co/46RASrwfD2 pic.twitter.com/DI1FXrGlfS
— ANI (@ANI) October 22, 2020
ATGM (anti tank guided missile) जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह निशाना साधने और दागने के बाद अपने लक्ष्य (Tank) को भेद कर ही रहती है। इसकी मारक क्षमता 4 किलोमीटर तक है। 18 जुलाई 2019 को डीआरडीओ ने नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का पहला व सफल परिक्षण किया था।
तनाव के बीच कई परीक्षण
चीन, पाकिस्तान और नेपाल से पिछले कुछ महीनों से भारत का तनाव चल रहा है। इस बीच भारतीय सेना को कई युद्ध उपकरण मिले हैं और कई स्वदेशी युद्ध उपकरणों का सफल परीक्षण किया गया है, जोकि काफी खास है।