आज रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर स्मारक पहुंचे। जहाँ सीएम ने केंद्र पर निशाना साधा और कृषि बिल को वापस लेने को कहा।
खुली बहस की चुनौती
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा हैं। मैं केंद्र सरकार को चुनौती देता हूं, केंद्र सरकार अपने सबसे बड़े नेता को लेकर आ जाए और हमारे किसान नेता आ जाएं और पब्लिक में चर्चा हो जाए, पता चल जाएगा किसको कितनी जानकारी है।
I challenge those from the Central government who know the most about the #FarmLaws to debate with the farmer leaders in public. They say that farmers do not know enough, it will be proven who knows more: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/GuDVaYICQ0
— ANI (@ANI) December 27, 2020
आगे दिल्ली सीएम ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं, इनकी बातें सुनकर कृषि के तीनों क़ानूनों को वापस ले लीजिए। किसानों को राष्ट्रद्रोही कहा जा रहा है, अगर किसान राष्ट्रद्रोही हो गया तो तुम्हारा पेट कौन भरेगा? किसानों की खेती चली गई तो किसान कहां जाएगा? किसानों के पास क्या बचेगा?
ये तीन क़ानून लेकर आए हैं, इन तीनों क़ानूनों के जरिए अब ये इनकी खेती भी छीनना चाहते हैं। उनकी खेती भी उठाकर अपने 2-3 बड़े-बड़े पूंजीपति दोस्तों को देना चाहते हैं। अगर किसान की खेती भी चली गई तो किसान कहां जाएगा।