उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित बस टर्मिनल में प्रबंध निदेशक ने पहली बार दीपोत्सव कार्यक्रम, आयोजन किया। प्रबंध निदेशक परिवहन ने अच्छा कार्य करने वाले सभी (140) ड्राइवर और कंडक्टर को उनके परिवार समेत सम्मानित किया। प्रबंध निदेशक ने एक नई प्रथा का शुभारंभ किया। उन्होंने इस वर्ष दीपावली के अवसर पर आलमबाग स्थित बस टर्मिनल में दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया।
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इस कार्यक्रम के दौरान परिवार संग पहुंचे कुल 140 ड्राईवरों और कंडक्टर को एक-एक करके एमडी डॉ. राजशेखर ने दीये का उपहार सौंपा। बता दे की दीये का उपहार उन्हीं को दिया जा रहा है, जिन्होंने अपने-अपने डिपो में पूरी ईमानदारी और लगन के साथ कार्य किया है। या फिर बेहतर डीजल औसत का आंकड़ा छूआ है। उन्ही बस चालकों को दीपदान दिया गया है।
इस मौके पर एमडी ने कहा कि हमारे यहाँ लगभग 12 हजार से अधिक बसे है। जिसके संचालन में सबसे अहम भूमिका ड्राईवरों और कंडक्टरों की होती है। उन्होंने कहा कि यूपी रोडवेज में ऐसे चालकों व परिचालकों की लगभग 2500 संख्या है। जिनसें हर घर में पांच लोग होंगे। ऐसे में दीपावली पर यह दीये का सम्मान रोडवेज के ढाई लाख परिवारीजनों के लिये है। उन्होंने यह भी कहा कि बीते चार साल से परिवहन निगम लाभ की स्थिति में है, ऐसे में हम सभी का दायित्व और बढ़ जाता है। उन्होंने बताया की खास बात यह कि ‘उम्मीद संस्था’ ने इन दीयों की व्यवस्था की थी, और इन्हें उन असहाय बच्चों ने बनाया था जो मलिन बस्तियों में रहते हैं।