रायबरेली में कोविड वैक्सिनेशन के नाम पर बड़ा खेल खेला जा रहा है बिना वैक्सिनेशन के ही लोगो के मोबाइल में वैक्सीन लगने का न सर्फ मैसेज आ रहा है बल्कि उनका सर्टिफ़िकेट भी आ गया है। एअर कंडीशनर रूप में बैठ कर आलाधिकारी ज्यादा से ज्यादा वैक्सिनेश लगाने का तमगा लेकर पीठ जरूर थपथपा रहे हो पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
रायबरेली के जिला अस्पताल में कोविड की दूसरी डोज़ लगवाने आये शहर के दीपेंद्र तिवारी जब वैक्सिनेशन करवाने आये तो उन्हें बताया गया कि उनको 18 नवम्बर को ही वैक्सीन लग गई। तत्काल ही पीड़ित ने अपना मोबाइल चेक किया तो उसके मोबाइल पर मैसेज भी 18 तारीख को आ गया था।
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यही नही जब उसने नेट पर चेक किया तो उसका सर्टिफिकेट भी जारी हो गया अब पीड़ित दूसरी डोज़ लगवाने के लिए भटक रहा है। अब सवाल यह उठता है कि जब पीड़ित ने दूसरी डोज लगवाई नही तो कैसे उसके मोबाइल पर मैसेज आ गया और बकायदा शॉर्टीफिकेट भी जारी हो गया।