इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान के खिलाफ कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू किया जारी

laxmi chauhan

◾ फरार इंस्पेक्टर महिला के खिलाफ एनबीडब्ल्यू वारंट जारी किया गया
◾ महिला पुलिस के घर से बरामद हुए थे कई हजार रूपए
◾ महिला इंस्पेक्टर पर 70 लाख रुपये गबन का आरोप है

गाजियाबाद के लिंक रोड में तैनाती के दौरान एक केस में दो गिरफ्तार आरोपियों से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे। लेकिन लक्ष्मी चौहान ने पुलिसवालों की मिलीभगत से लिखा पढ़ी में रुपये की बरामदगी कम दिखाई थीं। महिला इंस्पेक्टर पर 70 लाख रुपये घपले का आरोप है। इस मामले में गाजियाबाद की थाना लिंक रोड की थानाध्यक्ष रहीं लक्ष्मी सिंह चौहान सहित निलंबित सातों पुलिसकर्मिर्यों पर लिंक रोड थाने में ही मुकदमा दर्ज किया गया था।

महिला पुलिस के घर से बरामद हुए कई हजार रूपये

बता दें की सत्तर लाख रुपए के गबन की आरोपी निलंबित महिला थानाध्यक्ष लक्ष्मी सिंह चौहान व अन्य 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया है। इससे पहले मेरठ के स्पेशल जज भ्रष्टाचार निवारण ने लक्ष्मी सिंह चौहान की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था।

डांटे जाने पर बच्ची ने छोड़ा घर, रायबरेली जीआरपी ने किया बरामद

बताते चले की महिला इंस्पेक्टर के सरकारी घर पर गाजियाबाद एसपी सिटी श्लोक कुमार ने छापा मारा थ। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर के घर से 1 लाख 25 हजार रुपये बरामद हुए। पुलिस जब लक्ष्मी चौहान के सरकारी आवास पहुंची थी तो घर का ताला बंद था। पुलिस ने घर का ताला तोड़ा और रकम बरामद की थी। तब से इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान फरार है।

जाने क्या है मामला

बता दें की पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पैसों के गबन का ये केस एटीएम में पैसे डालने वाली कंपनी सीएमएस के 2 कर्मचारियों से जुड़ा है। कर्मचारियों ने एटीएम में डालने के लिए आए पैसों में गड़बड़ी की थी। मामला गाजियाबाद के लिंक रोड थाना पहुंचा था और जांच लक्ष्मी चौहान के पास थी। लक्ष्मी चौहान ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कुछ लाख रुपये बरामद करने का दावा किया था।

लक्ष्मी सिंह चौहान और पुलिसकर्मियों पर एटीएम में कैश लोड करने वाली कंपनी से गायब हुए कैश की बरामदगी में से 70 लाख रुपए खा जाने का आरोप है। इस मामले को लेकर गाजियाबाद की थाना लिंक रोड की थानाध्यक्ष रहीं। लक्ष्मी सिंह चौहान के साथ-साथ निलंबित सातों पुलिसकर्मिर्यों पर लिंक रोड थाने में ही मुकदमा दर्ज किया गया और अब उन्हें नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है।

About Author