उत्तर प्रदेश में योगी सरकार होने के बावजूद भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश संभागीय परिवहन विभाग के यहां जिसे आमतौर पर आरटीओ ऑफिस कहा जाता है। आपको बता दें कि नए मंत्री अशोक कटियार लगातार भ्रष्टाचार को रोकने में अपने कमर कसे हुए और लगातार संभागीय परिवहन अधिकारी और कार्यालयों पर दौरा कर रहे हैं, परंतु विभाग में बैठे दलाल और बाबू की मनमर्जी के आगे इनकी कुछ भी नहीं चल रही। हाल तो यह है की जनता को लगातार ई सुविधा होने के बावजूद परिवहन विभाग द्वारा संचालित संभागीय परिवहन केंद्र के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
ताजा मामला आज निकल के सामने आया है जो कि ट्रांसपोर्ट नगर का है, जिसमें लगातार मशीनों की गड़बड़ी के कारण आए दिन उपभोक्ताओं की गाड़ियां फेल हो रही हैं और इस कारण लगातार गाड़ियों की अंबा लगी हुई है। विभाग का कोई भी आला अधिकारी इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है। साथ ही वाहन मालिकों द्वारा पूछे जाने पर कारण भी स्पष्ट नहीं बताया जा रहा है, क्योंकि अगर एक गाड़ी खराब है तो कोई बात नहीं लेकिन हर गाड़ी पर वही कारण निकल कर आ रहा है। इसे टेक्निकल फॉल्ट कहे या मॉनिटरिंग में कमी , कारण कुछ भी हो पर कहीं ना कहीं इस मिस मैनेजमेंट का भुगतान जनता को ही करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि लगातार ऑनलाइन सुविधा होने के बावजूद उपभोक्ताओं को सड़क के समस्याओं का सामना करना पड़ा है। जिसको लेकर आज ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कार्यालय पर आए वाहन मालिकों ने प्रदर्शन किया। साथ ही उनके प्रदर्शन के बाद सभी जिम्मेदार अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते नजर आये और अपना कमरा छोड़ कर वहां से भाग निकले। वहीं संभगीय परिवहन अधिकारी भी जवाबदेही के लिए तैयार नहीं है ऐसे में यह कार्यालय भगवान भरोसे ही है।