कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संपर्क स्थापित कराने के लिए UAE के एक राजनयिक द्वारा मध्यस्थता के दावे संबंधी समाचार संज्ञान में आये है। इस सरकार में भारत के आंतरिक मुद्दों का अंतर्राष्ट्रीयकरण किया जा रहा है।
UAE के एक राजनयिक द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच संपर्क स्थापित कराने के लिए मध्यस्थता के दावे संबंधी समाचार संज्ञान में आए हैं। 1972 के शिमला समझौते के बाद भारतीय कूटनीति की सफलता रही है कि हम पाकिस्तान से द्विपक्षीय रूप से मामले सुलझाते रहे हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि वर्तमान सरकार विवेक से काम लेगी और भारत द्वारा वर्षों से अपनाई जा रही जांची-परखी नीतियों पर लौटेगी।
‘यथा राजा तथा प्रजा’ सत्य है तो सिर्फ प्रजा को ही सजा क्यों?
इसमें किसी भी देश की मध्यस्थता नहीं होती है। इस सरकार के शासनकाल में न सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच अन्य सूत्रों द्वारा मध्यस्थता हो रही है बल्कि जम्मू कश्मीर जैसे आंतरिक मामले का भी अंतर्राष्ट्रीयकरण कर दिया गया है।