कल सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की लगभग 7 घंटे लंबी बैठक चली। जिसमें पार्टी नेतृत्व को लेकर चर्चा के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं में टकराव भी देखने को मिला।
कपिल सिब्बल, गुलाम नबी राहुल गांधी से नाराज
बैठक में राहुल गाँधी ने कहा था की ऐसे समय में पत्र लिख कर पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग करना सही नहीं है। जिन्होंने ऐसा किया है वे BJP से मिले हुए है। राहुल गाँधी के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेता नाराज हुए थे।
कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा था की पार्टी का हर समय हर जगह बचाव किया। कभी BJP के समर्थन में नहीं बोला। उसके बाद भी राहुल गाँधी कहते है हम BJP के साथ मिले हुए है। हालाँकि इसके थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना ट्वीट वापस ले लिया था। वहीँ गुलाम नबी ने कहा की यदि राहुल द्वारा लगाए गए आरोप सत्य हुए तो वो इस्तीफा दे देंगे।
नहीं बदलेगा पार्टी नेतृत्व
कांग्रेस कार्यसमिति की लगभग 7 घंटे बैठक चालीऔर अंत में परिणाम निकला की पार्टी नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा। यानि कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष अभी सोनिया गाँधी ही रहेंगी।
कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने कहा की पार्टी का नेतृत्व अगर गांधी परिवार के हाथ में नहीं रहेगा तो पार्टी जीवित नहीं रहेगी, कांग्रेस पार्टी को बचाये रखने के लिए अध्यक्ष गांधी परिवार में से ही होना चाहिए। अगर सोनिया जी अध्यक्ष नहीं रहना चाहती है तो राहुल या प्रियंका गांधी को अध्यक्ष होना चाहिए।