इन दिनों बॉलीवुड दो हिस्सों में बटा हुआ है और इस बीच 19 सितंबर को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सबसे बड़ी और खूबसूरत फिल्म सिटी बनाने का ऐलान किया था। आज इसी को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों तथा कलाकारों के साथ अहम बैठक की।
आज बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अनुपम खेर, अनूप जलोटा, राजू श्रीवास्तव, सुभाष घई, डेविड धवन, परेश रावल, प्रियदर्शन, रवीना टंडन , रजनीकांत की बेटी सौंदर्या, कैलाश खेर, मनोज जोशी और उदित नारायण समेत कई कलाकार निर्देशक और फिल्म निर्माता मौजूद रहे।
सभी को दिया गया राम मंदिर का प्रसाद
नई फिल्म सिटी बनाने के लिए सीएम योगी के साथ चर्चा करने पहुंचे निर्माता-निर्देशक और कलाकारों को श्री राम मंदिर का प्रसाद दिया गया।
इस प्रसाद में हनुमान चालीसा, तुलसी माला और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का चांदी का सिक्का दिया गया। इसके साथ ही भगवान श्री राम की तस्वीर भी सीएम योगी की तरफ से सभी को दी गई।
यमुना विकास प्राधिकरण ने शासन को भेजा प्रस्ताव
सीएम योगी के फिल्म सिटी बनाने के एलान के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा या यमुना एक्सप्रेसवे के पास फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा। लेकिन अब जो जानकारी मिली है उसके अनुसार फिल्म सिटी यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगी।
यमुना विकास प्राधिकरण ने शासन को जो प्रस्ताव भेजा है। उसके अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे के सेक्टर 21 में फिल्म सिटी को बनाने के लिए कहा गया है। प्राधिकरण ने फिल्म सिटी के लिए 1000 एकड़ भूमि उपलब्ध होने की बात कही है। इसको लेकर अब बस अधिकारी घोषणा होना बाकी है।
फिल्म सिटी को लेकर सियासत शुरू
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नई फिल्म सिटी बनाए जाने के ऐलान के बाद से ही विवाद छिड़ गया था और इस पर सियासत शुरू हो गई है।
कांग्रेस का कहना है कि ‘योगी सरकार बिन वजह वाह वाही लूट रही है। आज से 32 साल पहले ही उत्तर प्रदेश में वीर बहादुर सिंह की अगुवाई में नोएडा में नई फिल्म सिटी का प्रोजेक्ट प्रारंभ किया गया था।’ वही समाजवादी पार्टी इसे अपना प्रोजेक्ट बता रही है।
अब सपा काल की ‘फ़िल्म सिटी’ का श्रेय लेने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार कैंची लेकर फ़ीता काटने को तैयार खड़ी है पर अब न तो उनके अभिनेता का अभिनय काम आ रहा है, न ही कोई डॉयलाग. उनकी फ़्लाप पिक्चर उतरनेवाली है क्योंकि प्रदेश की असली तस्वीर बनाने वालों की एडवांस बुकिंग हो गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 22, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘अब सपा काल की ‘फिल्म सिटी’ का श्रेय लेने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार कैंची लेकर फीता काटने को तैयार खड़ी है पर अब ना तो उनके अभिनेता का अभिनय काम आ रहा है, ना ही कोई डायलॉग। उनकी फ्लाप पिक्चर उतरने वाली है। क्योंकि प्रदेश की असली तस्वीर बनाने वालों की एडवांस बुकिंग हो गई है।