बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्कार पर सीएम योगी के तेवर सख्त

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पीएफ घोटाले के विरोध में बिजली कर्मचारी लगातार कई दिनों से आंदोलन कर रहे है। इसी के चलते लगातार नौ दिनों तक धरना दिया गया। इस दौरान बिजली कर्मियों का साफ कहना है कि जब तक सभी दोषियों पर कार्यवाही नहीं हो जाती और उनके भविष्य निधि के धन की गारंटी नहीं ली जाती।

तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। इसी विवाद के चलते 14 नवंबर को बिजलीकर्मी परिवार लखनऊ में एकत्रित हुए थे और प्रदर्शन किया था।हालाँकि लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संघ हड़ताल में शामिल नहीं हो रहा है।

इसी आंदोलन के चलते सभी बिजली कर्मचारियों ने दो दिन 18-19 नवंबर को शक्ति भवन पर 48 घंटे का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इसमें सभी कर्मचारी व अधिकारी शामिल भी होंगे। कर्मचारी दो दिन तक मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर सुबह 11 बजे से धरना देकर कर्मचारी विरोध जताएंगे।

सभी बिजली कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार से घोटाले के मुख्य आरोपी पावर कारपोरेशन के पूर्व चेयरमैन व अन्य आईएएस अधिकारियों को गिरफ्तार करने की मांग की। इस मुद्दे पर सीएम योगी  तेवर सख्त नजर आ रहे है। सीएम योगी ने आला अधिकारियों से बात की ।बिजली कर्चारियों का कार्य से बहिष्कार करने के निर्णय पर सीएम योगी ने नाराजगी जताते हुआ कहा की आम जनता को कोई परेशानी न हो यह जिम्मेदारी अधिकारी की है। और इस के साथ ही सरकारी सम्पत्ति का नुकसान भी न हो।

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