अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बैठक कर प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी जी ने अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिकों और कामगारों को सुरक्षित लाने और उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में जो भी ट्रेनें आ रही है, उनमें जो भी किराया रेल विभाग ने लिया है। उसका भुगतान प्रदेश सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि ट्रेनों का संचालन इस तरह किया जाए कि ज्यादा से ज्यादा प्रदेश के लोगों को अन्य हिस्सों से वापस लाया जा सके।
प्रदेश सरकार ने 258 ट्रेनों को स्वीकृति दे दी है। अब तक कुल 914 ट्रेनों को स्वीकृति दी जा चुकी है। इनसे 1150000 से ज्यादा प्रवासी श्रमिक मजदूर प्रदेश वापस आ चुके हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश ने सबसे ज्यादा बसों का उपयोग करके लाखों प्रवासियों को वापस लेकर आई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जल्द वापस लाने के लिए निजी बसों को भी लगाया जाए।
लॉक डाउन 4.0 के बीच प्रदेश के अंदर भी ट्रेनों के संचालन की व्यवस्था की जा रही है। जब इन ट्रेनों का संचालन होगा, उनमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सभी को करना होगा। इससे करो नागा की रोकथाम हो सकेगी और प्रवासियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जा सकेगा।
प्रदेश में कुल 556 हॉटस्पॉट घोषित हुए हैं। इनमें 457 लोगों की निगरानी की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार कार्य किया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से वापस आए सभी कामगारों को राशन पैकेट बांटा गया है और 3 करोड़ 54 लाख राशन कार्ड में से 2 करोड़ 64 लाख राशन कार्ड पर राशन वितरित किया गया है।
अब तक प्रदेश में गुजरात से 298, महाराष्ट्र 158, पंजाब से 114, कर्नाटक से 25, केरल से 7, राजस्थान से 21, गोवा से 16 और छत्तीसगढ़ से एक ट्रेन आई है। पहले जो कॉल 1 दिन में 12 से 15000 तक आती थी। वह अब 35000 तक आ रही है। सभी लोगों की समस्याओं के समाधान किया जा रहा है।