एक तरफ जहां सरकार संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गांव गांव दस्तक अभियान चला कर रोग नियंत्रण करना चाह रही है वहीं सिद्धार्थनगर जिले में आशा संगिनीयों ने चीफ फार्मासिस्ट पर अभद्र भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए दस्तक अभियान को ठप कर सीएससी अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान चीफ फार्मासिस्ट को हटाने की मांग की गई। आशा संगिनीयों ने जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसंतपुर में सैकड़ो की संख्या में आशा संगिनी दस्तक अभियान को ठप कर अस्पताल के सामने प्रदर्शन कर चीफ फार्मासिस्ट को हटाने की मांग पर अड़ी रही।
आशा संगिनी जिलाध्यक्ष विनीत मिश्रा ने कहा कि चीफ फार्मासिस्ट ने आशा संगिनी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जिसकी शिकायत अधीक्षक से किया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। वहीं इस मामले मे चीफ फार्मासिस्ट का कहना है कि आरोप निराधार है।
अस्पताल आए लोगों का अंधेरे में मोबाइल टॉर्च के सहारे हो रहा इलाज
वह महिलाओं का सम्मान करते है, दस्तक अभियान का सारा सामान सीएचसी अधीक्षक बीसीपीएम के कमरे में रखे है। जब मैने रिसीव करने से मना कर दिया तब अधीक्षक से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दे दिया अग्रिम कार्यवाही वही करेंगे।