सोनभद्र :- लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश की व्यवस्था को जिस तरह से संभाला है वो पूरे देश मे एक मिसाल के रूप में सामने आया है। चाहे वह लोगो तक भोजन पहुचाने का मामला रहा हो या छात्रों को अन्य राज्यों से वापस लाने का मामला हो या फिर प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का मामला हो सीएम योगी की कड़े और कुशल नेतृत्व क्षमता को पूरे देश ने देखा और सराहा।
मगर सख्त तेवर रखने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां एक तरफ लॉक डाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा बाधित न हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेज की पहल करके शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बताया वही दूसरी तरफ केंद्र से पूरे यूपी के लिए मिले स्टडी लैंप के बजट को आदिवासी जिला सोनभद्र के छात्रों को देकर अपने दरियादिली का सुबूत भी दिया है।
दरअसल केंद्र सरकार ने लॉक डाउन के बाद बिजली से पढ़ाई में आने वाली रुकावट को दूर करने के लिए कई राज्यों के आश्रम पद्धति और राजकीय सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को स्टडी लैंप देने की योजना शुरू की। जिसके लिए यूपी को केंद्र द्वारा 85 प्रतिशत के अनुदान पर 21,122 स्टडी लैंप मिले, इसमें 15 प्रतिशत छात्रों का अंश जोड़ा गया । सीएम योगी ने पिछड़े जनपद सोनभद्र के बच्चों के प्रति दरियादिली दिखाते हुए स्टडी लैंप का सारा बजट लगभग 88 लाख रुपये सोनभद्र को दे दिया।
वही सीएम योगी की इस दरियादिली से उत्साहित होकर डीएम सोनभद्र ने स्टडी लैंप में छात्रों के 15 प्रतिशत अंश को जिला खनिज निधि से देकर मुख्यमंत्री की दरियादिली का सम्मान किया, स्टडी लैंप का लाभ कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्रों को मिलना है जो जुलाई माह तक उन छात्रों को वितरित कर देना है, स्टडी लैंप के वितरण की जिम्मेदारी नेडा विभाग को दी गई है।
रिपोर्ट :- प्रवीण पटेल