बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के काहिरा गांव में तकरीबन डेढ़ सौ बोरे इस्तेमाल किए हुए ग्लव्स मिले हैं जोकि काहिरा गांव में स्थित एक घेर में रखे हुए थे, बीती रात दिल्ली पुलिस की एक टीम बुलंदशहर पहुंची और बुलंदशहर पुलिस को साथ लेते हुए गांव में छापेमारी की जहां पर तकरीबन 10 टन इस्तेमाल किए हुए ग्लव्स और मास्क बरामद हुए हैं।
पुलिस और प्रशासनिक टीम की मौजूदगी में पूरे माल को सीज़ कर दिया गया है, बताया जा रहा है कि दिल्ली कि काफी जगहों पर दिल्ली पुलिस द्वारा छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान बुलंदशहर में भी माल होने की सूचना दिल्ली पुलिस को मिली जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने बुलंदशहर पुलिस के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाते हुए छापेमारी की और घेर के मालिक को गिरफ्तार करते हुए पूछताछ की जारी है कि बुलंदशहर में इतनी तादात में ये माल क्यों भेजा गया यहां वो कोन लोग है जिनको इस माल की डिलीवरी दी जानी थी।
दिल्ली पुलिस ने माल को किया सीज
बता दें सुबोध मलहोत्रा नामक एक व्यापारी है जोकि बुलंदशहर का रहने वाला है और गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहता है दिल्ली पुलिस के मुताबिक सुबोध एक बड़ा व्यापारी है और दिल्ली में चार अलग अलग जगहों पर छापेमारी के दौरान भारी तादात में यूज मास्क और ग्लव्स बरामद किए गए हैं, दिल्ली पुलिस ने सुबोध के काफी गुर्गों को भी पकड़ लिया है जिनसे पूछताछ के दौरान यह सूचना पुलिस को मिली कि काफी तादात में बुलंदशहर भी माल भेजा गया हैं। जिसके बाद दिल्ली पुलिस बुलंदशहर पहुंची और माल को सीज किया।
बुलंदशहर पुलिस की मानें तो यह ग्रुप है जो कि अस्पतालों से यूज किए हुए मांस और ग्लब्स खरीदते हैं और फिर यूज माल को रिसाइकल करते हुए दोबारा बाजारों में बेचते हैं, फिलहाल पुलिस ने दो लोगो के हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है। सवाल यही बना हुआ है कि जिस तरह देश महामारी के दौर से गुजर रहा है और कोरोना वायरस की जड़ें देश में फैलती चली जा रही है ऐसे में इस्तेमाल किए हुए मांस या ग्लव्स इस्तेमाल करना किस कदर खतरनाक हो सकता है।
रिपोर्ट:-सत्यवीर सिंह… (Bulandshahr news)