बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर में पुलिस ने सुदीक्षा भाटी के गुनाहगारों का पता लगाने के लिए इलाके के कई गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाकर डेढ़ दर्जन से अधिक बुलेट मोटर साईकल कब्जे में ली हैं। लेकिन पुलिस को अभी तक कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है। आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से कोसों दूर है। वही पुलिस सुदीक्षा भाटी कांड में बार-बार दावा कर रही है कि घटना महज़ हादसा था, छेड़छाड़ कतई नहीं था। बुलंदशहर के एसएसपी का दावा है की प्रारंभिक तहरीर और पूछताछ और पुलिस की जांच में अभी तक छेड़छाड़ के तथ्य नहीं मिले हैं, हालांकि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर कारवाही करने का दावा कर रही है। वन सुदीक्षा के पिता ने पुलिस से न्याय न मिलने पर परिवार सहित आत्मदाह की धमकी दी है। जिसके बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है।
पुलिस ने जमा की डेढ़ दर्जन से ज्यादा बुलेट मोटरसाइकिल
बुलंदशहर के औरंगाबाद कोतवाली में खड़ी लगभग यह डेढ़ दर्जन बुलेट मोटरसाइकिल सिर्फ इसीलिए पकड़ी है ताकि बुलंदशहर पुलिस सुदीक्षा के गुनहगारों का पता लगा सके। बुलंदशहर के एसएसपी की माने तो परिवहन विभाग की मदद से बुलंदशहर पुलिस जनपद के तमाम बुलेट मोटरसाइकिलों को थाने में जमा करने में जुटी है, ताकि सुदीक्षा के असली गुनहगारों का पता लगाया जा सके हालांकि बुलंदशहर पुलिस सुदीक्षा मामले को हादसा ही बता रही है, पुलिस का दावा है कि अभी तक कि जांच में पुलिस को छेड़छाड़ के तथ्य नही मिले है, पुलिस का दावा है कि पुलिस किसी अज्ञात को क्यो बचाएगी, एसएसपी में बताया कि यदि छेड़छाड़ की बाते जांच में आती है तो जांच कर कारवाही की जाएगी। एसएसपी का यह भी कहना है वैज्ञानिक जांच के आधार पर आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
बुलंदशहर: सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में पुलिस ने जारी किया वीडियो
पिता ने पत्र लिखकर मख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
सुदीक्षा की मौत के बाद से सदमे में चल रहे परिवार के लोगों का कहना है कि पुलिस सुदीक्षा की छेड़छाड़ द्वारा हुई हत्या को एक्सीडेंट बता अपना पल्ला झाड़ रही है। 48 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। वही सुदीक्षा के पिता का कहना है कि अगर पुलिस ने उन्हें उचित न्याय नहीं दिया तो वह परिवार सहित वहीं चले जाएंगे जहां उनकी बेटी सुदीक्षा गई है। सुदीक्षा के पिता ने हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की टीम, जजों के द्वारा बनाई गई एसआईटी से जांच कराने की मांग की। पीड़ित परिवार ने एक करोड़ की सहायता राशि व ग्रेटर नोएडा में एक मकान व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की है।
अगर सुदीक्षा की बहन की माने तो सुदीक्षा का सपना अपनी बहन को आईएस बनाने का था आज सुदीक्षा की बहन इस बात को कह कर रो पड़ती है।
रिपोर्ट- सत्यबीर सिंह