बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने देश में चल रहे लॉक डाउन और प्रवासियों की घर वापसी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से दुनिया और हमारा देश त्रस्त है। देश की जनता और सबसे ज्यादा गरीब मजदूर दुखी हैं। इनको रोजी-रोटी नहीं मिल पा रही है। ऊपर से सरकारें इनके साथ गलत व्यवहार कर रही है।
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा कि सरकार किस दिन काम आएगी। प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में उनके घर तक पहुंचाया जाना चाहिए। मजदूरों से आमानवीय व्यवहार ना करें। मजदूरों से क्रूरता से किराया ले रहे हैं और अमीरों के लिए सरकार दयावान बनी हुई है। विदेश में फंसे अमीरों के बच्चों को वापस लाने के लिए सरकार हवाई जहाज भेज रही है और गरीब मजदूरों से किराया वसूला जा रहा है।
फैक्ट्रियों ने मजदूरों को निकाल दिया है, जिसकी वजह से उनको रहने और खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई है। गरीब मजदूरों की यह हालत सरकारों को नजर नहीं आ रही। लॉक डाउन करने से पहले केंद्र सरकार को कुछ समय देना चाहिए था। जिससे लोग व्यवस्थित हो सकते, लेकिन कुछ घंटों में ही लॉक डाउन शुरू कर दिया गया।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल ने गरीब मजदूरों को खाना नहीं दिया। सिर्फ मीडिया में बोलते रहे, यदि खाना और रहने की उचित व्यवस्था की होती तो लोग क्यों जाते।
इसके साथ ही बीएसपी सुप्रीमो ने औरंगाबाद में हुई रेल दुर्घटना को लेकर कहा कि यह घटना विचलित करने वाली है। इससे मैं और पार्टी बहुत दुखी है। औरंगाबाद में 16 प्रवासियों की मृत्यु की घटना सरकारों की लापरवाही की वजह से हुई है। केंद्र और राज्य सरकारें इसे गंभीरता से लें।