बलरामपुर।यूपी के बलरामपुर जिले से भाजपा नेता की दबंगई का सनसनीखेज मामला सामने आया है,जहाँ भाजपा नेता लोकेश सिंह यूपी ग्रामीण बैंक में घुसकर कर्मचारी की पिटाई कर दी। यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।इतना ही नहीं भाजपा नेता को पुलिस का खौफ नहीं रहा और वह 2 घंटे तक बैंक के सामने बैठकर दबंगई करता रहा और सभी बैंक कर्मचारियों को धमकाता रहा।
एक तरफ भारत कोविड-19 जैसी महामारी से जुझ रहा है वही लॉकडाउन के बावजूद बैंक कर्मचारी ड्यूटी कर रहे हैं। कोविड-19 जैसी घातक बीमारी से बैक कर्मचारी अपनी जान जोखिम में लड़ कर आम ग्राहकों को पैसा लेन देन कर रहे हैं। लेकिन बैंक कर्मचारियों के साथ पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद सवालिया निशान खड़ा होता है।
सत्ता के नशे में हैं बलरामपुर के भाजपा नेता
मामला उत्तर प्रदेश के बलरामपुर प्रथमा सर्व यूपी ग्रामीण बैंक रीजन जहाडीह का है जहां भाजपा नेता लोकेश सिंह बैंक में अपने गांव गरीब मजदूर का शौचालय का पैसा निकालने को लेकर बैंक में जाता है। उस गरीब मजदूर को बाहर बैठा कर अपने हाथ में बिकडाल लेकर पैसा लेने की कोशिश करता है। बैंक मैनेजर प्रशांत कुमार, लोकेश सिंह को समझाते हैं कि जिस ग्राहक का विकडाल है उनको बुला कर लाइए पेमेंट हम कर देते हैं, लेकिन सत्ता के नशे में चूर लोकेश सिंह बैंक मैनेजर की बात नहीं सुनता मैनैजर प्रशांत कुमार से लडने लगता है धमकी और गाली गलौज करने लगता है। इतने मे आवाज सुनकर कैशियर बाहर निकल कर समझाने की कोशिश करते है और बाहर जाने को कहते है। लोकेश सिंह तैश में आकर कैसियर को थप्पड़ जड़ देता है और पुरी घटना सीसीटीवी में कैमरे में कैद हो जाती हैं। बैंक यूनियन एकत्रित होकर इस घटना पर विरोध करते हुए बताते हैं कि अगर इंसाफ नहीं मिला उत्तर प्रदेश बैंक यूनियन अनिश्चितकालीन के लिए हड़ताल किया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
बैंक कर्मचारी थाना महाराजगंज तराई भाजपा नेता लोकेश सिंह के खिलाफ तहरीर देते हैं तो पुलिस द्वारा मामूली धाराओं में मुकदमा लिख कर लोकेश सिंह को बचाने की कोशिश की जाती है। अब ये देखना है की बैंक कर्मचारियों के साथ इंसाफ होता है या बलरामपुर के भाजपा नेता के दबाव में लोकेश सिंह को बचा कर उसका मनोबल बढ़ा दिया जाता है और दुसरे घटना देने के लिए तैयार किया जाता है। एडिशनल एसपी अरविंद मिश्रा बताते हैं कि जांच चल रहा है जल्द कार्रवाई किया जाएगा। पुलिसिया कार्यवाही का वही पुराना रटा रटाया जवाब….।