बिहार में 28 अक्टूबर से चुनाव होने हैं, इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपना प्रचार-प्रसार करने मैदान में उतर चुकी है और घोषणा पत्र भी जारी कर दिया है। कल बीजेपी ने भी अपना घोषणा पत्र जारी किया। जिसे लेकर अब हंगामा मचा हुआ है।
इसी घोषणापत्र में कही गई एक बात को लेकर AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कम से कम यह बता दें कि इंसान की जिंदगी चाहे बिहार, यूपी या गुजरात की हो। संविधान के लिहाज से सभी की जिंदगी बराबर है। तो किस तरह की राजनीति पीएम कर रहे हैं कि सत्ता मिलने पर वैक्सीन दी जाएगी। अगर सत्ता नहीं मिलेगी तो क्या वे वैक्सिंग नहीं देंगे।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी और राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी द्वारा बिहार में फ्री वैक्सीन दिए जाने को लेकर तंज कसा। रणदीप सुरजेवाला ने कहा की प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था कि वैक्सीन 1 साल तक नहीं आने वाली… मोदी सरकार ने तो कोरोना की वैक्सीन नहीं ढूंढी पर बिहार के लोगों ने.. बिहार बचाने की वैक्सीन ढूंढ ली है। बीजेपी-जेडीयू भगाओ और महा गठबंधन सरकार लाओ।
भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है।
ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख़ देखें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 22, 2020
क्या है फ्री वैक्सीन मामला
दरअसल कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का घोषणा पत्र जारी किया था। जिसमें कहा गया है कि यदि बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की जीत होती है तो वैक्सीन तैयार होते ही बिहार की जनता को मुफ्त मे दी जाएगी। इसी को लेकर अब विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है।