आज से 36 साल पहले भोपाल में हुई गैस त्रासदी पर जल्द ही स्मारक बनेगा और पीड़ित महिलाओं को पेंशन देना फिर से शुरू किया जायेगा। इस बात की जानकारी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद दी।
Madhya Pradesh: CM Shivraj Singh Chauhan attends 36th Bhopal Gas tragedy anniversary event in Bhopal & pays tribute to the victims by observing a 2-minute silence.
"We should soon build a memorial for Bhopal Gas tragedy so the world can learn a lesson from the tragedy," he said. pic.twitter.com/5ui4JpGZO0
— ANI (@ANI) December 3, 2020
एमपी सीएम ने कहा कि जो गैस पीड़ित भाई-बहन बचे हैं उनकी ज़िंदगी कैसे गुजरी हम जानते हैं। मेरी वो विधवा बहनें जिनका सबकुछ त्रासदी में चला गया उनकी 1000 रूपए की पेंशन जो 2019 में बंद कर दी गई थी दोबारा शुरू की जाएगी। ताकि अंतिम समय उनका ऐसे संकटों से न गुज़रे।
सीएम ने आगे कहा कि भोपाल गैस त्रासदी का स्मारक हमें भोपाल में जल्द बनाना चाहिए ताकि ये स्मारक दुनिया को सबक दे, हमें याद दिलाए कि कोई शहर भोपाल न बने। हम असुरक्षा से कोई चीज़ न बनाए जो इंसान पर भारी पड़े। जैसे हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बम का उपयोग न हो ये सीख देते हैं।
क्या है भोपाल गैस त्रासदी
36 साल पहले 1984 में 2 से 3 दिसंबर की रात यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से करीब 40 टन मिथाइल आइसो साइनाइट गैस का रिसाव हुआ था। जिसकी वजह से हजारों लोगों ने अपनी जान गवा दी थी और लाखों लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हुए थे।