बदायूँ – यूपी के Budaun जिले में व्यापारियों पर मानो तबाही टूटी हो उनकी दुकानों पर लाल निशान लगा दिए गए हैं और प्रशासन ने उनकी दुकानें तोड़ना भी शुरू कर दिया है। जिससे व्यापारी ख़ौफ़ज़दा हैं और अब वह आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं। आपको बता दें कि शहर को सुंदर बनाने के लिए कारोबारियों के कारोबार पर बुलडोजर चल रहा है।
सौंदर्यकरण के नाम पर तोड़ी जा रही दुकानें
मामला बदायूं जनपद के शहर बदायूं की जहां चौराहों और सड़कों का सौंदर्यकरण करने के लिए व्यापारियों की दुकानों को तोड़ा जा रहा है ! व्यापारी अभी कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे लॉकडाउन से प्रताड़ित होकर यह पनप नहीं पाए थे कि प्रदेश सरकार और प्रशासन ने अतिक्रमण हटना शुरू कर दिया जिससे उनका कारोबार खत्म होने के कगार पर है दुकानों पर लाल निशान लगाकर एन्ड लिख दिया। एन्ड का मतलब पूरी दुकान ध्वस्त करना।
व्यापारियों का कहना है कि हम पर दोहरी मार पड़ रही है हम लॉकडाउन में अपना सब कुछ गंवा चुके हैं और अब हमने संभलने की कोशिश की तो प्रदेश सरकार और प्रशासन द्वारा अतिक्रमण को लाकर हमें आत्महत्या करने पर मजबूर किया जा रहा है जब हमारे पास व्यापार नहीं होगा तो हम अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे हमारे सामने सिर्फ एक ही चारा रह जाता है वो है आत्महत्या का।
बदायूँ नगरपालिका चेयरमैन का जबरदस्ती अतिक्रमण से इंकार
वही इस संदर्भ में जब हमने नगरपालिका बदायूँ चेयरमैन दीपमाला गोयल से बात की तो उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा कि वह किसी की जगह पर जबरदस्ती अतिक्रमण नहीं कर रही हैं। बोलीं कि चिन्हित दुकानों के दस्तावेज दिखाएं। उन्होंने कहा कि हम शहर को सुंदर बनाना चाहते हैं जिसके लिए हम से जो बन सकेगा हम करेंगे हमने शहर के 12 चौराहे चिन्हित किए हैं जहां बुलडोजर चलेगा इससे व्यापारियों का नुकसान होगा मेरी संवेदनाएं उन व्यापारियों के साथ हैं लेकिन शहर को सुंदर बनाना भी मेरा दायित्व है।
वहीं दूसरी ओर व्यापारियों की मानें तो व्यापारी इसमें किसी साजिश होने का इशारा करते नजर आ रहे हैं। व्यापारियों का आरोप है कि कई स्थानों पर नगर पालिका खुद अतिक्रमण करती हुए दिखाई दे रही है और जो उसने अतिक्रमण के लिए निशान लगाएं हैं उन से चंद कदम दूरी पर ही पालिका प्रशासन खुद निर्माण करती नजर आ रही है।