88 मुकदमों की कार्रवाई में फंसे रामपुर से सपा सांसद आजम खान सोमवार दोपहर बाद महिला थाने पहुंचे। उनके साथ पत्नी राज्यसभा सांसद तंजीन फातिमा और विधायक बेटा अब्दुल्लाह आजम भी थे। एसआईटी टीम जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने के मामले में आजम और उनके परिजनों का बयान दर्ज करेगी।
नोटिस मिलने के बावजूद नहीं हुए थे हाजिर
आजम खान के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी से सटे आलियागंज के किसानों ने जमीनें कब्जाने का आरोप लगाया था। इस मामले में आजम पर 30 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने बताया कि इन मामलों की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम बनाई गई है।
टीम प्रभारी दिनेश गौड़ ने आजम खान को 23 सितंबर को नोटिस जारी की थी कि वह 25 सितंबर तक बयान दर्ज करा दें, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने 26 सितंबर को फिर नोटिस जारी किया गया। बाद यह नोटिस उनके घर पर चस्पा करा 30 सितंबर तक थाने में बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया था।
कानून मंत्री बृजेश पाठक का बयान
बीते शुक्रवार को उनके अधिवक्ता नासिर सुल्तान की ओर से एसआइटी को पत्र दिया गया, जिसमें कहा है कि वह आजम खां के अधिकृत अधिवक्ता हैं। सांसद की तबीयत खराब है, वह रामपुर से बाहर इलाज करा रहे हैं। इसलिए बयान दर्ज कराने के लिए 15 दिन का समय दे दिया जाए। लेकिन एसआइटी ने पत्र लेने से इनकार कर दिया था।
भूमाफिया घोषित हैं आजम
आजम के खिलाफ किसानों की जमीन हड़पने से लेकर किताबें चोरी, भैंस चोरी और बकरी चोरी के 88 मामले दर्ज हैं। पिछले दिनों ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ 29 एफआईआर पर गिरफ्तारी से रोक लगाकर बड़ी राहत दी थी। उनके वकील ने एफआईआर रद्द करने की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।