अयोध्या : मोहर्रम के पर्व पर ताजिया दार कमेटी ने नहीं किए ताजिया दफन

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अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में वर्षों से निकलने वाले मोहर्रम के जुलूस को नही निकाला गया। ताजियादार कमेटी ने शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए नहीं निकाले जुलूस कोरोना महामारी से बचाव के मद्देनजर मोहर्रम की दसवीं पर जनपद के विभिन्न कर्बला में सामूहिक ताजियों को दफनाने पर हाई कोर्ट के निर्णय के बाद शासन से अचानक निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने ताजिया दफनाने के लिए तय की गई गाइडलाइन पर रोक लगा दी। ताजिया धार कमेटी ने इमामबाड़े में आयोजित बैठक में जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से जानकारी के बाद ताजियादार कमेटी के अध्यक्ष मुनीर आब्दी ने जानकारी दी की कोरोना में ताज़िया दफन नही होंगे।

ताज़ियादार कमेटी के अध्यक्ष का बयान

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ताज़ियादार कमेटी के अध्यक्ष मुनीर आब्दी ने बताया कि यह मोहर्रम का त्यौहार नहीं है। एक बहुत बड़ा गम है और यह सत्य और असत्य की लड़ाई थी जिसमें सत्य की जीत हुई और असत्य की हार आज पूरी दुनिया में कर्बला की जंग और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को याद किया जाता है। वही जो यजीद और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की जो जंग हुई उसको पूरी दुनिया याद करती है और यजीद जो एक जुल्मी शासक था और लोगों को गलत काम करने के लिए कहता था उसी का विरोध करते हुए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से यह जंग हुई और उसमें इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का पूरा खानदान शहीद हो गया उसी का गम आज पूरी दुनिया में मुस्लिम समाज के लोग मनाते हैं। और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के इस हक की कुर्बानी को याद करते हुए गम मनाते हैं।

इस वजह से मनाया जाता है मोहर्रम

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कर्बला की जंग और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत को याद किया जाता है। वही यजीद जो एक असत्य पर चलने वाला जुल्मी शासक था।उसका नाम नाम लेने वाला कोई नहीं। यजीद ने जो इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम सलाम और छोटे-छोटे बच्चों पर जुल्म किया और सब को शहीद किया। उसका हम सब 14 सौ सालों से विरोध कर गम मना रहे हैं और आगे भी मनाते रहेंगे।

लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए शासन प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए हम लोगों ने ताजिया दफन नहीं किए और ना ही कोई जुलूस निकाला जब शासन प्रशासन हमलोगों को इज़ाज़त देगा तब हम ताजिया दफन करेंगे और हम लोगों ने अपने घरों के अंदर परिवार के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मोहर्रम के मजलिस व मातम सीमित दायरे में किया और ताजियों को हम लोगों ने अपने घरों में रखा है जब प्रशासन की इजाजत होगी तब हम लोग अपने ताजिया दफन करेंगे। और ताज़ियादार कमेटी के अध्यक्ष मुनीर आब्दी ने सभी से अपील किया कि कोरोना महामारी को देखते हुए शासन की जो गाइडलाइन है उसका पालन करें।

रिपोर्ट- बिस्मिल्लाह खान

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