रामनगरी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन पर सवाल उठाए गए हैं। यह सवाल सपा नेता व पूर्व मंत्री पवन पांडेय और आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने राम मंदिर के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगाया है।
1000 करोड़ का मानहानि का केस करने की बात कही
जिसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट पर लगे आरोप के बाद अयोध्या के संतो ने ट्रस्ट के पक्ष में तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस आरोपों पर तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा संजय सिंह और पवन पांडे के राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा है कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले राम को कभी नहीं जान पाएंगे। ये आरोप सिर्फ मुस्लिमों के वोटों के लिए लगाए जा रहे हैं। ट्रस्ट पर लगे आरोप गलत हुए तो मैं समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी पर करूंगा 1000 करोड़ का मानहानि का केस करुंगा।
वहीं दूसरी तरफ अयोध्या रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट किसी तरीके का घोटाला कर सकता है यह संभव नहीं।इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये। आरोप अगर गलत है तो आरोप लगाने वालों पर दर्ज मुकदमा होना चाहिए। यह पैसे का अपमान नहीं राम लला का अपमान है।
श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र रामलला के मंदिर निर्माण रामलला के प्रति समर्पित हैं। उन्होंने बताया कि रामलला के प्रति समर्पित रहने वाला व्यक्ति नहीं कर सकता राम लला की संपत्ति और उनके नाम का गलत उपयोग।
वहीं अयोध्या हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने आप पार्टी के सांसद संजय सिंह के आरोप पर कहा है कि वित्तीय अनियमितता को लेकर जो आरोप उन्होंने लगाए हैं, वह बहुत बड़े आरोप हैं। इसलिए मैं मांग करता हूं कि मामले की उच्चस्तरीय जांच हो। जांच में जो भी लोग आरोपी पाए जाएं, उन्हें बक्शा ना जाए।
Ayodhya Shri Ram Mandir: ट्रस्ट पर लगे इतने करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप
50 करोड़ का मानहानि का केस
पुजारी राजूदास ने यह भी कहा कि यदि जांच में आरोप सही नहीं पाए गए तो संजय सिंह पर 50 करोड़ रुपये का मानहानि का दावा करूंगा। केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मांग करूंगा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। जो जांच में जो दोषी पाया जाता है, उन पर कार्रवाई की जाए। क्योंकि यह हिंदू जनमानस द्वारा दिया गया पैसा है। देश के हर एक व्यक्ति का इसमें योगदान है। इस पैसे का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।