अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन पर जब से घोटाले के आरोप लगे हैं तब से हड़कंप मचा हुआ है। घोटाले के ये आरोप आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और अयोध्या से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने लगाए हैं।
क्या है आरोप
सपा नेता Pawan Pandey का आरोप है कि Ayodhya में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 10 मिनट पहले 2 करोड़ में जमीन का बैनामा हुआ और उसी दिन फिर साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट हुआ। एग्रीमेंट और बैनामा दोनों में ही ट्रस्टी अनिल मिश्रा और अयोध्या नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं। जिस जमीन को दो करोड़ रुपये में खरीदा गया, उसी जमीन का 10 मिनट बाद साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट क्यों हुआ?
AAP सांसद SANJAY SINGH ने कहा है कि अयोध्या की इस जमीन की कीमत 5,50000 रुपये प्रति सेकंड की दर से बढ़ी। ये आपने आप में एक रेकॉर्ड है। जो जमीन मंदिर ट्रस्ट ने खरीदी उसके एग्रीमेंट के लिए स्टांम्प 5:11 मिनट पर खरीदा गया और रवि मोहन तिवारी ने जो जमीन हरीश पाठक से खरीदी उसके स्टॉम्प 5:22 मिनट पर खरीदे गए। टेस्ट द्वारा जमीन खरीदने से पहले बोर्ड के मीटिंग बुलाकर यह तय किया जाता है लेकिन इसमें बोर्ड की मीटिंग नहीं बुलाई गई और 5 मिनट के अंदर ही जमीन को खरीद लिया गया। प्रधानमंत्री से अपील है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
क्या कहा डिप्टी सीएम ने?
वहीं इस मामले पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिनके हाथ राम भक्तों के खून से रंगे हैं वह सलाह ना दें। यदि कोई गड़बड़ हुई है तो उसकी जांच होगी और जो गुहागर पाया जाएगा उसको सजा दी जाएगी। इसलिए बाकी लोग सलाहकार ना बने।