उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) तथा समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने 2 फ़रवरी को एक ट्वीट करते हुए न्यायालय से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जन-प्रतिनिधियों पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगा देने की मांग किया है। प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2020) के लिए प्रचार करते हुए कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के नाम पर सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुँचाने वाले कांग्रेस और केजरीवाल के ही लोग थे। इसके आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि दंगा कराने वाला बोली से नहीं गोली से तो मान ही जाएगा।
भाजपा के जन-प्रतिनिधियों का ‘हिंसक-वाचन’ एक भयावह स्थिति है. माननीय न्यायालय व चुनाव आयोग को इन कथनों का संज्ञान लेकर तुरंत दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए. ऐसे असामाजिक तत्वों की लोकसभा व विधानसभा सदस्यता रद्द करके, इन पर सदैव के लिए प्रतिबंध लगाना चाहिए.
आपराधिक कृत्य! pic.twitter.com/uBTeFhNTzH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 2, 2020
सपा नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान का स्क्रीनशॉट लगाकर ट्वीट करते हुए है कि “भाजपा के जन-प्रतिनिधियों का ‘हिंसक-वाचन’ एक भयावह स्थिति है। माननीय न्यायालय व चुनाव आयोग को इन कथनों का संज्ञान लेकर तुरंत दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे असामाजिक तत्वों की लोकसभा व विधानसभा सदस्यता रद्द करके, इन पर सदैव के लिए प्रतिबंध लगाना चाहिए”।
दिल्ली में चुनाव आयोग ने किया विधानसभा चुनाव का ऐलान
चुनाव आयोग ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) के लिए घोषणा किया था जिसमे 8 फ़रवरी को को चुनाव कराने का एलान किया गया था जिसके नतीजे 11 फ़रवरी को घोषित कर दिए जाएंगे। दिल्ली की सभी 70 सीटों पर एक ही दिन चुनाव वोट डाले जाएंगे। इनमे 58 सीटें सामान्य वर्ग की रखी गई हैं जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिल्ली विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को 67 सीटों पर जीत मिली थी जबकि बीजेपी को केवल 3 सीटें ही प्राप्त हुई थीं।
https://youtu.be/iBOfY-hhAoE