किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है और अब इस आंदोलन का चेहरा भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता Rakesh Tikait बन चुके है। वे अब देश के किसानों को एकजुट करने में लगे हुए है।
राकेश टिकैत ने कहा कि गुजरात को आज़ाद करवाना है। गुजरात भी बंधन में है। वहां के लोग बाहर निकलना चाहते हैं तो उनपर मुकदमें होंगे और जेलों में बंद होंगे। आंदोलन जारी रहेगा। आपकी एक नज़र खेत पर रहनी चाहिए दूसरी नज़र दिल्ली में आंदोलन पर और तीसरी नज़र संयुक्त किसान मोर्चे पर।
इससे पहले कल राजस्थान के सीकर में एक किसान रैली में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि
हमारा अगला आह्वान संसद मार्च के लिए होगा। अगर कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे तो इस बार 4 लाख ट्रैक्टर नहीं बल्कि 40 लाख ट्रैक्टर वहां जाएंगे।
राहुल गांधी: किसान के लिए दिल्ली में मंत्रालय लेकिन आपके लिए मंत्रालय नहीं
सरकार शोध केंद्रों की बात नहीं मानती है इसलिए आने वाले समय में संसद के पास पार्क में कृषि अनुसंधान केंद्र बनाना पड़ेगा। संसदीय समिति बनाएं और वहां कुछ फसलों की खेती करवाएं। जो लाभ-हानि हो समिति देखे और उस आधार पर फसलों के दाम तय करें।