कानपुर :। ”कौन कहता है की आसमां में सुराख़ नहीं हो सकता,एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो” इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है कानपुर की मनप्रीत कौर ने। जी हाँ मनप्रीत दिल्ली की एक मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब छोड़कर कानपुर में दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी के नाम से संस्था बनाने वाली मनप्रीत कौर दिव्यांग बच्चो में प्रतिभा भरने का काम कर रही है।
इनकी संस्था में तमाम ऐसे दिव्यांग बच्चे है जिनको कला और कलाकारी के माध्यम से उनको निखारा जा रहा है। किसी भी पर्व पर यह दिव्यांग बच्चे वेस्ट मैटीरियल से ऐसी-ऐसी चीजों को बना देते है की देखने वाला दांतो तले ऊँगली दबा ले। दीपावली से पहले ऐसे ही प्रोडक्ट का का स्टाल कानपुर विकास प्राधिकरण में लगाया गया,जंहा पर आने वाले अधिकारियो और अन्य लोगो ने काफी सराहना की। इसके अलावा कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राकेश कुमार ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि इनका यह प्रयास काफी सराहनीय है,दिव्यांग बच्चो के प्रोडक्ट को देखकर उपाध्यक्ष खुद को रोक नहीं सके और उन्होंने भी बहुत कुछ खरीदकर दिव्यांगों के मनोबल को बढ़ाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
दिव्यांग बच्चो का सहारा बनी ‘मनप्रीत कौर’ दिल्ली में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती थी, उसी दौरान उन्होंने कुछ दिव्यांग बच्चो को देखा जिसके बाद उनके प्रति कुछ करने की ठान ली। मनप्रीत अपनी नौकरी छोड़कर कानपुर आ गयी और दिव्यांग डेवलपमेंट सोसाइटी के नाम से संस्था बना ली। धीरे-धीरे उनकी संस्था में तमाम ऐसे बच्चे आने लगे जो बहुत गरीब घरो से थे, मनप्रीत ने उनको पढ़ाने का जिम्मा लिया और अपने ही घर में उनकी प्रतिभा निखारने लगी।
इसी का नतीजा निकला दिव्यांग बच्चो में ऐसी प्रतिभा जागी की उन्होंने बेस्ट मैटीरियल से अच्छी-अच्छी चीजों को बनाना शुरू कर दिया। मनप्रीत कौर के इस जज्बे की गूंज जब राजधानी पहुंची तो खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उनको सम्मानित किया।
रिपोर्ट:-दिवाकर श्रीवास्तवा…