एक्सप्रेस-वे में हुए घोटाले को लेकर अफसरों पर होगी कार्यवाही

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उत्तर प्रदेश में सरकार ने दो पूर्व डीएम सहित 8 अफसरों पर मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे में हुए घोटाले को लेकर कार्यवाही करने का आदेश दिया है। ग़ाज़ियाबाद के पूर्व डीएम आईएएस विमल कुमार शर्मा तथा आईएएस निधि केसरवानी पर कार्यवाही होगी। जांच के दौरान आईएएस अफ़सरो के साथ पीसीएस अफ़सर भी दोषी पाए गए हैं और इन सभी अफसरों पर कभी भी कार्यवाही हो सकती है।

सरकार इस घोटाले की सीबीआई जांच भी करवाएगी। मेरठ के तत्कालीन कमिश्नर आईएएस डॉक्टर प्रभात कुमार ने एफआईआर कराने की संस्तुति किया है। सरकार ने प्रभात कुमार की जांच रिपोर्ट पर यह फ़ैसला लिया है। आईएएस विमल कुमार शर्मा अब रिटायर्ड हो चुके है तथा आईएएस निधि केसरवानी मणिपुर कैडर में वापस चली गयी हैं जबकि पीसीएस घनश्याम सिंह तत्कालीन एडीएम को निलंबित कर दिया गया है।

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भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण की मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे में परियोजना में अरबों रूपए की ज़मीन का घोटाला हुआ था। सरकारी प्रवक्ता ने बताया है कि इस परियोजना में ग़ाज़ियाबाद के चार गांव से अधिग्रहीत ज़मीन के समबन्ध में शिकायतें आयी थीं जिनमे डासना, रसूलपुर सिकरोड, कुशलिया और नाहल नाम के चार गांव हैं।

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