Aashram Chapter 2 रिव्यु: क्या बेहतर था पहला सीजन?

Ashram chapter 2 review
Ashram chapter 2 review

Bobby Deol की पॉपुलर वेब सीरीज Aashram का दूसरा सीजन आ चूका हैं| Aashram Chapter 2 को मंगलवार की रात को MX Player पर रिलीज़ कर दिया गया हैं| अगस्त में पहला सीजन देखने के बाद फैंस दूसरे पार्ट का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे| यक़ीनन पहले सीजन को तो लोगो ने काफी पसंद किया था| लेकिन दूसरे सीजन को देखने के बाद ऐसा लग रहा हैं कि सीजन 1, सीजन 2 के मुकाबले ज्यादा बेहतर साबित हुआ हैं|

दर्शको को पहले से ज्यादा डार्क और इंट्रेस्टिंग सीरीज का इंतज़ार था, Aashram Chapter 2 में कुछ गहरे राज़ ज़रूर हैं, जिसमे बाबा निराला के किरदार को करीब से दिखाया गया हैं| हालाँकि अधिकतर लोगो को पहले सीजन देखने के बाद दूसरे सीजन में क्या होना हैं, इसका अंदाज़ा था| पिछली बार की तरह, बॉबी देओल स्पष्ट रूप से एक अच्छा समय बिता रहे हैं, लेकिन उनका आने वाले भयावह रूप इसमें बदलाव करेगा| सीजन 2 में उनके साथी-अपराध के रूप में, चंदन रॉय सान्याल, आकस्मिक क्रूरता की एक लकीर दिखाते हुए, कहीं अधिक प्रभावी नज़र आ रहे हैं|

Aashram Chapter 2 में दिखाया गया हैं

इस नए सीज़न में, आश्रम के राज़ तेज़ी से खुलते नज़र आने लगते हैं| एक कोने में, प्रसाद-के-लड्डू, में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया जाता है| दवाएँ (ड्रग्स) राजनीति की तरह आकर्षक होती हैं, जिनका निर्माण किया जाता है| निडर पुलिस उदयगर (दर्शन सिंह) और साधु (विक्रम कोचर) दूसरा भेस बना कर परतों को भेद रहे हैं। आश्रम की इमारतों के नीचे जेलों में युवतियों को बंदी बनाकर रखा जाता है। पम्मी (आदिती पोहनकर) अखाड़े में मुकाबले से लड़ते हुए कुश्ती चैंपियन बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं| उसके भाई सत्ती (तुषार पांडे) को बंद कर दिया गया है, और उसकी पत्नी बबिता (त्रिधा चौधरी) को बाबा की बोली पर वश में किया गया है। यह केवल तभी हैं जब बाबा पम्मी पर अपनी लचर नज़र घुमाता है और आराध्य की बुराइयाँ उठने लगती हैं| क्या यह उस पवित्र पुरुष की वास्तविकता है, जिसकी वह पूजा करती हैं?

वेब सीरीज में डॉक्टर नताशा (अनुप्रिया गोयनका) दो पुलिस और एक निडर वीडियोग्राफर अक्की (राजीव सिद्धार्थ) के साथ मिल कर सच्चाई जानने की कोशिश कर रही हैं| क्यूंकि वह बाबा के बारे में जानने के लिए कुछ भी कर रहे हैं| और उधर बाबा, अपने वफादार दाएं हाथ (चंदन रॉय सान्याल) के साथ बुरे काम करने में लगे हैं|

एक ही सीन्स को दोहराया गया हैं

पहले सीजन में ही हमें दूसरे सीजन का अंत पता था, लेकिन हमें जोड़े रखने का एकमात्र तरीका नए तत्वों और पात्रों को पेश करना था| लेकिन शायद इस सीजन में ऐसा बहुत कुछ नहीं किया गया है, इसलिए आश्रम 2 के बहुत से हिस्से पहले सीजन की तरह ही हैं| आप कितनी बार बाबा की आलीशान शयनकक्ष में दबे-कुचले महिलाओं की कुरूपता को दोहरा सकते हैं? हालाँकि महिला छात्रावास का एक क्रॉस-ड्रेसिंग वार्डन, जैसे किरदार बनाने में प्रकाश झा बहुत कुशल हैं| मगर करीब नौ घंटे के लंबे एपिसोड में, बहुत अधिक रिपीट सीन्स हैं|

इसके अलावा, झा ने इस दूसरे सत्र में जाति-और-वर्ग के किसी भी उल्लेख को बेवजह खारिज कर दिया। पम्मी की बाबा के प्रति अंध भक्ति के पीछे का कारण यह है कि उन्हें दलितों के रक्षक के रूप में देखा जाता है। यह एक मजबूत हुक था, जब आम लोग ‘पखंडी’ ‘पवित्र पुरुषों’ के असली चेहरे को नहीं देखते हैं, तो क्या यह इतना आग्रह करता है? अब जब पम्मी को बाबा की घिनौनी अस्लियत ’के बारे में पता है, तो क्या कोई क्रांति होगी? यह सामाजिक यथार्थ को फिर से जोड़ सकता है, और हमें एक बार देखने को मजबूर कर सकता हैं|

सपोर्टिंग कास्ट ने अच्छा काम किया हैं

प्रकाश झा द्वारा निर्देशित Aashram Chapter 2 के नौ एपिसोड हैं| वेब सीरीज में बॉबी देओल ने काशीपुर वाले बाबा निराला का निगेटिव किरदार निभाया है। बॉबी देओल के अलावा अदिति पोहनकर, चंदन रॉय सान्याल, दर्शन कुमार, तुषार पांडे, अनुप्रिया गोयनका, त्रिधा चौधरी, सचिन श्रॉफ और अनिल रस्तोगी जैसे कलाकारों ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। बॉबी देओल के नेगेटिव किरदार के काम को काफी पसंद किया गया हैं| बाकि सपोर्टिंग कास्ट अदिति, त्रिधा और दर्शन कुमार ने भी अच्छा काम किया हैं|

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