26/11 आतंकी हमला और दहशत में पूरी मुम्बई

hotal taz
image source - google

आज से ठीक 11 वर्ष पहले आतंकियों ने मुम्बई पर ऐसा हमला किया जिसने देश के साथ साथ पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। आतंकियों के इस हमले को पूरी दुनिया 26/11 के नाम से जानती है। इस हमले को याद करके आज भी सभी की आंखे नम हो जाती है और जिन लोगो ने इस घटना में अपने लोगों को खोया, वो अपने आंसुओं को रोक नहीं पाते। इतिहास के पन्नो में इस दिन को ब्लैक डे के तौर पर याद किया जाता है। 11 वर्ष पहले 10 आतंकियों ने पूरी मुम्बई में आतंक मचा दिया था। हाफिज सईद के इन आतंकियों ने CST रेलवे स्टेशन,CAMA हॉस्पिटल, ताज होटल और होटल ट्राइडेंट में अंधाधुंध फायरिंग की और ग्रेनेट से हमला किया जिसमे 166 लोगों ने अपनी जान गवा दी।

आतंकी भारत आये कैसे

भारत में 26/11 हमले को अंजाम देने के लिए एक दो नहीं बल्कि 10 आतंकी आये वो भी एक साथ और सबसे बड़ा सवाल यह है की यह आतंकी भारत में कैसे घुसे और 60 घंटों तक मुम्बई को बंदी बनाये रखा। आतंकियों ने मुम्बई में इस बड़े हमले को करने के लिए POK में स्थित एक आतंकी कैम्प में कुछ महीनो की ट्रेनिंग ली और समुद्र के रास्ते स्पीड वोट से मुम्बई के कोलाबा में उतरे। आतंकियों ने अपना खूनी खेल इस वोट से ही शुरू कर दिया था। वोट के 5 क्रू मेम्बर्स को आतंकियों ने मार दिया और कोलाबा से मुम्बई में घुसे, जिसकी किसी को कानो-कान खबर तक नहीं हुई।

इन बड़ी जगहों पर किया हमला

मुंबई में घुसते ही आतंकियों ने भीड़भाड़ वाले वीवीआईपी इलाकों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया। इन 10 आतंकियों ने CST रेलवे स्टेशन,CAMA हॉस्पिटल,ट्राइडेंट होटल और ताज होटल पर बड़ा हमला किया। आतंकियों ने इन सभी जगहों पर घुसते ही फायरिंग शुरू कर दी और ग्रेनेट से हमला किया। जिसमे सैकड़ो लोगों ने अपनी जान गवा दी। सबसे ज्यादा आतंक इन आतंकियों ने ताज होटल में मचाया। ताज में हजारों लोगों को बंदी बना लिया और देश और विदेश के 166 नागरिकों को गोली मार दी। करीब 60 घंटे तक आतंकवादियों ने होटल में तबाही मचाई।

26/11 मुंबई हमले में शहीद जवानों को रैना ने किया याद

9 आतंकियों को लगाया ठिकाने

आतंकियों को मौत के घाट उतारने और होटल में बंदी लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन चलाये गए जिसमे मुंबई पुलिस,रैपिड एक्शन फ़ोर्स,मरीन कमांडों और एनएसजी कमांडो शामिल थे। नेशनल सिक्योरिटी ग्रुप को आखिर में बुलाया गया और एनएसजी कमांडो ने 9 आतंकियों को ठिकाने लगा दिया। इस पूरे ऑपरेशन में कई जवान शहीद हुए। जिनके नाम मुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरे,अडिशनल कमिश्नर अशोक कामटे ,एनकाउंटर स्पेस्लिस्ट विजय सालस्कर,मेजर संदीप उन्नीकिष्णन,असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर तुकाराम गोमाल ओमंबले शहीद हुए। इन बहादुरों ने अपनी जान पर खेल कर सैकड़ो जिंदगियां बचायी। मुख्य आतंकी अजमल कसाब को जिन्दा पकड़ लिया गया था और उसको 81 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। कस्टडी में कसाब ने कबूला की उसको पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गयी थी और वो हाफिज सईद के आतंकी संगठन का है और कसाब को 21 नवम्बर 2012 को फ़ांसी दे दी गयी थी।

आतंकी भारत से मैप और विडिओ बना कर ले गए

बता दें आतंकियों ने मुम्बई पर 26/11 का हमला करने से पहले दो बार भारत में समुद्र के रास्ते घुसने की कोशिश की थी। सितम्बर 2008 में पहली और अक्टूबर में दूसरी कोशिश की पर किसी कारणवश वो भारत नहीं आ पाए और तीसरी कोशिश में वो भारत में घुस गए और इस बड़े हमले को अंजाम दिया। मुम्बई में 26/11 हमला करने से पहले आतंकी डेविड हेडली 8 बार भारत आया और यहाँ से मैप और विडिओ को बना कर ले गया। इस मैप और विडिओ से आतंकियों को मदत मिली थी। मुम्बई की स्पेशल कोर्ट के सामने विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये डेविड हेडली ने खुद इस बात का खुलासा किया था।

About Author