प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एलान किया जाए 20 लाख करोड़ों रुपए के आर्थिक पैकेज को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा एलान किए गया स्पेशल आर्थिक पैकेज वास्तव में 3.22 लाख करोड़ रुपए का है। जो की जीडीपी का 1.6% है।
आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में आर्थिक पैकेज की आखिरी किस्त की घोषणा की। जिसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश को खराब आर्थिक हालत से बाहर निकालने के लिए सरकार के पास कोई रोडमैप नहीं है। सरकार इस लोन को प्रोत्साहन पैकेज नहीं कह सकती। अन्य देशों का उदाहरण देते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि सभी देशों की सरकारों ने अपनी जनता के लिए राहत देते हुए प्रोत्साहन पैकेज दिया है। जबकि हमारी सरकार ने शहरी गरीब लोगों और प्रवासी मजदूरों के लिए अपने पैकेज में कुछ भी नहीं दिया।
आगे कांग्रेस ने कहा की कोरोनावायरस की वजह से देश में 12.3 करोड़ लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। प्रवासियों के लिए रेल की व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही। लोग सड़क पर क्यों मर रहे हैं। सरकार सिर्फ जुबानी मदद कर रही है। सरकार ने छोटे व्यापारियों को मदद देने के लिए कहा था। जिससे मंझोले उद्योग में काम करने वाले लोगों का रोजगार बच सके। लेकिन अब कर्ज दिया जा रहा है।
इससे पहले कल शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को इस आर्थिक पैकेज पर पुनर्विचार करने को कहा था। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने जिस आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, वह कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था। इसको लेकर मैं निराश हूं। गरीबों के बैंक अकाउंट में सीधे पैसे डालने की आज जरूरत है। इस पैकेज से गरीबों की जेब में पैसा नहीं जाएगा।